दलेर सिंह/हप्र
जींद, 14 अप्रैल
जींद जिला कारागार में बंदी अब अपनी पसंद के गाने रेडियो पर सुन सकेंगे। महिला बंदियों को रेडियो जॉकी के रूप में शामिल किया गया है। साथ ही जेल रेडियो स्टेशन को बंदियों के लिए पूर्णरूप से चालू कर दिया गया। जींद समेत हरियाणा की कई जेलों में यह रेडियो कार्यक्रम तिनका तिनका फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया है। फाउंडेशन की ओर से ही महिला बंदियों को जेल रेडियो के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। शुक्रवार को संविधान निर्माता डा.बीआर अंबेडकर जयंती एवं बैसाखी पर्व के मौके पर जींद में रेडियो जॉकी कार्यक्रम आयोजन किया गया। जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि जींद जेल रेडियो अब हर रोज 3 घंटे का प्रसारण करेगा। इसमें 7 अलग-अलग तरह के कार्यक्रम होंगे। फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नंदा ने बताया कि अब महिला बंदी भी रेडियो जॉकी बनेंगी और अपने अनुभव साझा करेगी। वे प्रेरक कहानियां भी सुनाएंगी। महिला बंदी और उनके बच्चे भी इन कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकेंगे। जेल में अन्य बंदी भी पर्ची के माध्यम से फरमाइश कर पसंद के गाने सुन सकेंगे। अब जेल में एक लेटर बॉक्स भी स्थापित किया जा रहा है। जेल रेडियो का मकसद बंदियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना, रेडियो स्किल से जोड़ना, उनमें अवसाद खत्म करना और सकारात्मक सोच विकसित करना है। जिला जेल, जींद में 1 जनवरी 2023 को हरियाणा के महानिदेशक कारागार मोहम्मद अकील के मार्गदर्शन में जींद जेल के अधीक्षक संजीव कुमार और डॉ. वर्तिका नन्दा के सहयोग से बंदियों के लिए जेल रेडियो की शुरुआत की गई थी। आज के समारोह में उप-अधीक्षक जेल बीरेंद्र सिंह, उप-अधीक्षक जेल संदीप दागी, सहायक अधीक्षक जेल धर्मचंद , उप-सहायक अधीक्षक जेल रमेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
हरियाणा में जेल रेडियो को तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण में तीन जेलें क्रमश: जिला जेल पानीपत, जिला जेल फरीदाबाद और केंद्रीय जेल अम्बाला शामिल थी। दूसरे चरण में जिला जेल करनाल, जिला जेल रोहतक, जिला जेल गुरुग्राम और केंद्रीय जेल हिसार (1) शामिल हैं। तीसरे चरण में 5 जेलों क्रमश: सिरसा, सोनीपत, जींद, झज्जर और यमुनानगर जेल का चयन किया गया है।